आखिर मुस्लिम लड़कियां Bhagwa Love Trap का शिकार क्यों?

नीचे आर्टिकल में कई जगह लफ्ज़ “इर्तिदाद” का ज़िक्र किया गया है जिसका अर्थ “कुफ्र का शिकार” होना है.

अल्लाह ने हमें जिन चीज़ों से नवाज़ा उनमें सबसे बड़ी और सबसे अहम चीज़ ईमान की दौलत है और वो अल्लाह ने हमें अता फरमाई. तमाम आ’माल और तमाम इबादतओं का दारोमदार ईमान है.

इसी तरह अगर कोई ईमान के बाद कुफ्र कर जाए मुर्तद हो जाए तो वह दुनिया का सबसे बदतरीन इंसान है.

और इस इर्तिदाद (Bhagwa Love Trap) का शिकार होने वाली वो लड़कियां है जो किसी गैर की मोहब्बत में गिरफ्तार होकर शादी के चक्कर में आकर अपने ईमान को छोड़कर कुफ्र से नाता जोड़ लेती हैं और हमेशा के लिए जहन्नम का इंधन बन रही है.

इर्तिदाद (Bhagwa Love Trap) की एक वजह वालीदैन का तवज्जो न देना और खुद वालीदैन का दीन से दूर होना भी है. और इसकी एक वजह ये भी है के स्कूल कॉलेजेस में लड़के और लड़कियों का एक साथ पढ़ना भी है।

और एक वजह ये भी है घर के अंदर दीनी माहौल ना होना है इस्लाम के मुकद्दस कारनामों को और इस्लाम की मुकद्दस ख्वातीन की हिस्ट्री से दूर होना है. इर्तिदाद (Bhagwa Love Trap) की इसकी सबसे खास (इंपॉर्टेंट) वजह बे-पर्दगी है.

अल्लाह कुरान में इरशाद फरमाता है-
وَ قُلْ لِّلْمُؤْمِنٰتِ یَغْضُضْنَ مِنْ اَبْصَارِهِنَّ وَ یَحْفَظْنَ فُرُوْجَهُنَّ
“ऐ महबूब ﷺ तुम फरमा दो मुसलमान औरतों से कि वो अपनी निगाहें नीची करें और अपनी परसाई (सरमगाह) की हिफाजत करें।“ सुरह नूर आयत नंबर 31.

कॉलेजेस में भेजकर अपनी लड़कियों की जिंदगी तबाही में डालने वालों याद रखो तुम्हारा आने वाला ज़माना कभी तुम्हें माफ नहीं करेगा ये तुम्हारी नस्लें हैं इनको संभाल कर रखना बहुत ज़रूरी है। और इस्लाम में औरत का माना (मीनिंग) ही छुपाने की चीज आता है।

हदीसे पाक है अल्लाह के रसूल ने इरशाद फरमाया-

“अपने बच्चों को तीन चीज़ें सिखाओ बचपन ही से अपने नबी से मोहब्बत प्यार करना और नबी के खानदान यानी अहलेबैत से मोहब्बत करना और बचपन ही से कुराने पाक की तिलावत करना।“

अगर आपकी बेटी हुज़ूर से इश्क करती होगी तो वह किसी काफिर के साथ जाने का सोचेगी भी नहीं. इन सारी बातो से मैं इस दर्जे पर पहुंची हूं के लड़कियों में इर्तिदाद (Bhagwa Love Trap) होने की वाहिद वजह घर से निकलना है चाहें वह दीनी तालीम के लिए हो या दुनियावी तालीम के लिए यह बात याद रखिए पर्दे का एहतमाम घर से ज्यादा नहीं हो सकता।

जब लड़की घर से निकलती है तो उसकी हर हर नकल व हरकत मसलन चलने फिरने उठने बैठने पर सबकी नज़र रहती है। अब इसमें कुछ दरिंदे किस्म के लोग भी होते हैं जो इनकी इज्ज़तो आबरू पर हमला कर देते हैं या किसी और तरीके से फंसा लेते हैं. जैसे फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम और ट्विटर के ज़रिए लेकिन इन सब बातों को एक तरफ रखिए और यह गोर करें सबसे ज्यादा नुकसान लड़कियों में तालीम की वजह से है या नहीं ?

जब हमने उनको लिखना पढ़ना सिखाया और उनके हाथों में मोबाइल आया तो वह हमारे हाथ से निकल गयीं अब हमें किसी दूसरे के ऊपर बुराई का धब्बा लगाना अकलमंदी नहीं होगी। बल्कि अपने अंदर गौर और फिक्र करना और अपनी बच्चियों को पर्दे में रखना अकलमंदी होगी।

नोट: अपनी लड़कियों को दीनी और दुनियावी तालीम देकर क्या साबित करना चाहते हैं ?

याद रहे मज़्कुरा दीनी तालीम से मुराद कुरान मजीद व शरीयत के चंद जरूरी मसाईल मुस्तसना है
जो के मस्जिद के इमाम से या कोई दूसरे तरीके से भी हासिल हो सकते हैं मां-बाप की निगरानी में
अल्लाह ताला से दुआ है इस्लामी लड़कियों को हजरत फातिमा के बताए हुए रास्ते पर जिंदगी गुजारने की तौफीक अता फरमाए।

“जिसका आँचल ना देखा माहो मेहर ने,
उस रिदा-ए-नज़ाहत पे लाखों सलाम”

4 thoughts on “आखिर मुस्लिम लड़कियां Bhagwa Love Trap का शिकार क्यों?”

  1. Muslim culture, history, ke bare me
    knowledge na hona, aur ma,bap, bhai ka laparbahi v iska reason hai.

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  2. ज्यादा तर कॉलेज यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली लड़कियां भगवा लव ट्रैप का शिकार हो रही है
    मुसलमान को चाहिए लड़कों को पढ़ाया जाए लड़कियों को पढ़ाई से रोक दे.
    क्योंकि दुनिया जरूरी नहीं जन्नत जरूरी है

    Hasim qazi youtuber
    Channel =Real fact hacker

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