बिन देखे इश्क-ए-मुस्तफा (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम)

रसूल अल्लाह (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) ने इरशाद फ़रमाया: يَأْتِي عَلَى النَّاسِ زَمَانٌ يَجْتَمِعُونَ فِي الْمَسَاجِدِ لَيْسَ فِيهِمْ مُؤْمِنٌ “एक ज़माना ...
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